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चेक बाउंस केस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला चेक बाउंस होने पर शिकायतकर्ता को इनकम सोर्स
दिखाने की जरूरत नहीं होती
Gratuity Act Applies only when there are Options for the Employee Under
the Act under Contract with Employer
फर्जी लाइसेंस होने पर भी बीमा कंपनी को बीमा दावा देना होगा - Supreme Court
Judgement
Supreme Court Judgement On IPC 306 | वैश्या कहने पर आईपीसी 306 का मामला
नही बनेगा
Supreme Court Judgement on Bail | जमानत मिलने का मतलब यह नही कि सज़ा ख़त्म
हो गई
It is not Necessary for the Witnesses to Know What is Written in the
Sale Deed/Will || गवाहों के लिए यह जरूरी नहीं है कि उन्हें पता हो कि दस्तावेजों में
क्या लिखा है
Supreme Court Judgement on IPC Section 302 || शरीर के किसी हिस्से पर एक ही
बार से मौत हो जाए तो आईपीसी की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज होगा
क्या चेक बाउंस केस में समय निकल जाने के बाद केस कर सकते है || Supreme Court
Judgement on Sec 138 NI Act
समझौते से हुए तलाक की शर्तो को नहीं माना तो होगी कड़ी कार्रवाई || Supreme
Court Judgement on Mutual Divorce
498a की शिकायत महिला के अलावा कोई भी दर्ज करा सकता है || 498A Complaint
Can be Lodged Except for Women- Supreme Court
Abusing Someone Can Not be Considered a Criminal Threat By Supreme
Court || किसी को गालियां देना आपराधिक धमकी नहीं माना जा सकता
आरोपी को बरी करने के बाद मजिस्ट्रेट उस मामले की जांच के आदेश नहीं दे सकता || After
Acquitting the Accused The Magistrate Can Not Order the Investigation
of the Case
किरायेदार को किराया नियंत्रण कानून का पालन करके ही निकाला जा सकता है सुप्रीम
कोर्ट || The Tenant Can Be Released only by Following the Rent Control
Law
बीमारी होने पर एक्सीडेंट इंश्योरेंस क्लेम नही कर सकते || Supreme Court Judgement
on Accident Insurance